लागौन में शराब की दुकान हटवाने को महिलाएं हुयीं लामबंद

महिलाओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
ललितपुर। जिले में शराब की बिक्री को बंद किये जाने की मांग लगभग आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण अंचलों से मांग उठायी जा चुकी है। बावजूद इसके दुकानों को न तो गांव की घनी आबादी के बीच से हटाया गया और न ही शराब का सेवन कर उत्पात मचाने वालों के खिलाफ कार्यवाहियां की गयीं। लिहाजा महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को भारी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। ऐसा ही एक नया मामला विकास खण्ड जखौरा अंतर्गत ग्राम लागौन से सामने आया है। इस गांव की दर्जनों महिलाओं ने लामबंद होकर जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन भेजा है। नारेबाजी करते हुये कलेक्ट्रेट पहुंची महिलाओं ने लागौन गांव में शराब की बिक्री व ठेका को बंद किये जाने की मांग उठायी है।
डीएम को महिलाओं ने अवगत कराया कि लागौन गांव में अधिकांश लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। बताया कि गांव में शराब का ठेका हो जाने के कारण गांव में काफी अराजकता एवं भुखमरी उत्पन्न हो गयी है, जिससे गांव में लोगों का जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है। आरोप है कि गांव के छोटे-छोटे नाबालिग बच्चे भी शराब की लत के कारण काफी बिगड़ गये हैं और शराब का सेवन करने वालों से महिलाओं व बालिकाओं से छेडख़ानी की घटनाएं निरंतर बढऩे लगी हैं। इतना ही नहीं विरोध करने पर आये दिन विवाद की स्थिति और मारपीट की घटनाएं भी प्रकाश में आयीं हैं। आरोप है कि यहां के अधिकांश लोग शराब पीने में रुपयों को बर्बाद कर रहे हैं और फसलों को बेचकर भी शराब का सेवन किया जा रहा है, जिससे बच्चों का भविष्य भी अंधकारमय हो रहा है। इतना ही नहीं गांव में स्कूल जाने वाले रास्ते पर शराब का ठेका है, जिससे यहां जाने वाले बच्चों को परेशानियां उठानी पड़ रहीं हैं। महिलाओं ने गांव में शराब की बिक्री व ठेका को तत्काल बंद किये जाने की मांग उठाते हुये अन्यथा की स्थिति में आत्महत्या जैसे कदम उठाने के लिए विवश होने की बात कही। आगे बताया कि इस सम्बन्ध में विगत 10 मार्च को भी एक ज्ञापन दिया था, जिसमें जिलाधिकारी के तीन दिन के आदेश पर भी कार्यवाही नहीं हुयी। ज्ञापन देते समय देवेन्द्र कुमार जैन, यशपाल सिंह, पारसिंह, राकेश सिंह, अजय कुमार जैन, गुड्डी, ज्ञानबाई, बलराम सिंह, भागवती, खिलनबाई, सखी, ज्ञानबाई, लाडक़ुंवर, कपूरी, ममता, देना, कलावती, उर्मिला, अमरवती, किरन, रामवती, बृजेश, नंदराम, बरमिया, विनोद कुमारी, सरोज, रीना, बबलेश, फूलाबाई के अलावा अनेकों लोग मौजूद रहे।