पुलिस पर गंभीर आरोप: आदिवासी परिवार के साथ मारपीट, जबरन चोरी कबूलने का दबाव

जिले के राजघाट रानीपुरा गांव में पुलिस पर एक आदिवासी परिवार के साथ मारपीट और मानवाधिकार हनन के गंभीर आरोप लगे हैं। ग्रामवासी कपूरी बाई पत्नी स्व.राजाराम आदिवासी ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को लिखे शिकायती पत्र में बताया कि पुलिस ने उनके परिवार के सदस्यों को जबरन उठाकर मारपीट की और क्षेत्र में हुई चोरियों को कबूल करने का दबाव बनाया। कपूरी बाई के अनुसार, दो-तीन दिन पहले पुलिस ने उनके घर पर दबिश दी और उनके परिजनों मंगल, बादल और दशरथ को जबरन अपने साथ ले गई। इस दौरान पुलिस ने महिलाओं और बच्चों के साथ भी बेरहमी से मारपीट की। कपूरी बाई ने गंभीर आरोप लगाते हुये बताया कि उनकी पुत्री सुनीता और चंचल के हाथों पर जूतों से रगड़ा गया, जबकि उनके नाती की पीठ पर लात मारी गई। पुलिस ने धमकी दी कि यदि चोरी कबूल नहीं की तो परिवार का एनकाउंटर कर दिया जाएगा। आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाला यह परिवार मेहनत-मजदूरी कर गुजर-बसर करता है। कपूरी बाई ने पुलिस की इस कार्रवाई को अमानवीय बताते हुए कहा कि वे और उनके परिजन भयभीत हैं। उन्होंने अपने परिजनों की जान-माल की सुरक्षा और तत्काल रिहाई की मांग की है। इस मामले ने स्थानीय स्तर पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। कपूरी बाई ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है, ताकि उनके परिवार को इंसाफ मिले और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।