गांव की नालियों के सफाई अभियान में लाखों खर्च, लेकिन हालत बदतर

तालबेहट। भृष्ट्राचार के मामले में अव्वल ग्राम पंचायत थानागांव में ग्रामीण जहां भीषण गर्मी में पीने के पानी को तरस रहे है वहीं अब ग्रामीणों ने स्वच्छता अभियान में हुए बडे पैमाने पर भृष्ट्राचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। थानागांव में स्वच्छता अभियान फेज 2 के तहत करीब 60 लाख रूपए से अधिक व्यय किए गए। मगर गांव के हालात बद से बदतर है। अधिकांश कार्य योजनाएं कागजों में सिमट कर रह गई और पंचायत के जिम्मेदारों ने सरकारी धन का बंदरवांट कर लिया।
ग्रामीणों द्वारा खंड विकास अधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी को भेजे गए ज्ञापन में बताया गया कि पंचायत थाना गाँव के आजादपुरा के अथाई मुहल्ले में लगभग दो माह पूर्व सीसी मररम्मत निर्माण के लिए सीसी खुदाई ग्राम पंचायत की ओर से की गयी थी। मगर कुछ समय बाद सड़क पूरी तरह टूट टूट कर ऊबड़ खाबड़ हो चुकी है। नालियों की साफ सफाई न होने के चलते नाली का पानी बीच रास्ते में जमा हो रहा है । गांव में जगह जगह गंदगी फैल गयी है । जिसमे नाली के गंदे कीड़े पनप रहे हैं और घर के बाहर बदबू के कारण बैठना मुश्किल हो रहा है और नाली के कीड़े मकोड़े भी घरों में जा रहे हैं । जिससे बच्चों में व मुहल्ले में बीमारी का खतरा बड़ रहा है। कई बार ग्राम के जिम्मेदारों को स्थिति से अवगत कराया गया है लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। गांव की अधिकांश गलियों की गदंगी के कारण अत्यंत दयनीय स्थिति हो चुकी है। बीमारी व संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है । स्थानीय लोगों ने बताया कई बार ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव को अवगत करा चुके हैं न कोई समाधान हो रहा है और न ही मौके पर स्थिति को देखने पंचायत के जिम्मेदार आते हैं।
पंचायत वार्ड सदस्य महेंद्र बुंन्देला ने बताया कि पंचायत के जिम्मेदार रोज इस गंदगी भरे रास्ते से निकलते स्थिति देखते हैं और वर्ष 2025-2026 में अप्रैल माह में ही विभिन्न जगह नाली सफाई कार्य हेतु तीन लाख सत्ताईस हजार का और एक लाख सत्तर हजार पांच सौ रुपए का दूसरा फर्जी भुगतान कराया गया है। जबकि धरातल पर इस तरह की गंदगी व कूड़े के ढेर से लोग परेशान हैं । गांव में जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं वास्तविकता कुछ और ही दिखाई दे रही है जांच पड़ताल कर कार्यवाही कराई जाए ।