सड़क पर घूमते गोवंश बने परेशानी का सबब, प्रशासन बेपरवाह

महरौनी : तहसील महरौनी अंतर्गत सिलावन और छिल्ला के बीच राहगीरों और वाहन चालकों के लिए आवारा गोवंश बड़ी समस्या बन चुके हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि आए दिन सड़क पर बैठे या घूमते गोवंश के कारण न केवल ट्रैफिक बाधित होता है, बल्कि दुर्घटनाओं का भी खतरा बना रहता है।
वहीं सरकार द्वारा गोवंश की देखरेख हेतु करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। प्रदेश में जगह-जगह गौशालाओं का निर्माण करवाया गया है, ताकि बेसहारा पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखा जा सके। लेकिन स्थानीय हकीकत इससे उलट है। सिलावन और छिल्ला के बीच सड़क पर खुलेआम घूमते गोवंश इस बात का प्रमाण हैं कि जमीनी स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन कमजोर है।
चौंकाने वाली बात यह है कि इस इलाके के नजदीक अमोरा गांव में एक गौशाला भी मौजूद है, जो पूरी तरह से चालू है। फिर भी गोवंश सड़कों पर क्यों हैं? यह सवाल स्थानीय प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।
स्थानीय लोगों की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन इस दिशा में शीघ्र ठोस कदम उठाए। आवारा गोवंश को सुरक्षित गौशालाओं में भेजा जाए और नियमित निगरानी की व्यवस्था हो। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो आने वाले समय में यह समस्या और विकराल रूप ले सकती है।
प्रशासन से जवाब तलब जरूरी
यह जरूरी है कि तहसील प्रशासन अमोरा की गौशाला की स्थिति की जांच करे और यह सुनिश्चित करे कि उसकी क्षमता का पूरा उपयोग हो रहा है या नहीं। साथ ही, सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, ऐसे क्षेत्रों में पशुओं को पकड़ने और स्थानांतरित करने के लिए विशेष टीमें गठित की जाएं।
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