माताटीला बांध पर खतरा: तेज आंधी से उखड़ गई माताटीला बांध की पिचिंग

अप स्टीम की पिचिंग पूरी तरह क्षतिग्रस्त, गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल,
तालबेहट। जनपद के सबसे विशालकाय माताटीला बांध इन दिनों खतरे के मुहाने पर है। बांध के भराव में लगी पत्थरों की पिचिंग गुणवत्ता विहीन होने के कारण आंधी तूफान में पानी के बहाव में चली गई। पिचिंग उखड़ने के बाद माताटीला बांध के अफसरों में हडकंप मच गया और आनन फानन में विभाग के जिम्मेदार पिचिंग मरम्मत कार्य में जुट गए है। मगर रविवार को फिर आए तेज तूफान ने मरम्मती कार्य को पूरी तरह प्रभावित कर दिया। जिसके बाद दो दिन से चल रहा मरम्मती कार्य पानी के बहाव में बह गया।
माताटीला बांध के अप स्टीम क्षेत्र में लगी पिचिंग 4 मई को आए आंधी तूफान में उखड गई। जिससे माताटीला बांध खतरे में आ गया। अप स्टीम पिचिंग बह कर के पत्थर भराव के करीब 11 फुट नीचे तक बह गई। जिससे चलते पानी का तेज बेग लगातार पिचिंग के पत्थरों को बहा दे रहा है। बांध की पिचिंग टो से उखड़ने के बाद मिटटी का कटाव हो गया। जिससे लगातार बांध की सुरक्षा में लगे पत्थर उखड कर पानी में चले जा रहे। बांध को खतरे में देख माताटीला डेम डिविजन के चीफ ने अधीक्षण अभियंता समेत अफसरों को निरीक्षण करने के निर्देश दिए। शनिवार को डेम डिवीजन अफसरों ने निरीक्षण कर तत्काल पिचिंग कार्य दुरूरूत कराने के निर्देश दिए। विभागीय अधिकारियों ने ठेकेदारों के माध्यम से पिचिंग मरम्मत कार्य शुरू कराया। जिसमें विभाग की भूमि से सेकडौ टेक्टर मिटटी का उठान कर बोरियों के माध्यम से मिटटी का कटाव रोकने का प्रयास किया। मगर रविवार को फिर आए आंधी तूफान से चल रहे मरम्मती कार्य को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। ठेकेदारों द्वारा बिना खनन अनुमति के मिटटी की खुदाई कर परिवहन किया गया। जानकारों का कहना है कि 15 जून के पूर्व बाढ नियंत्रण की पूरी तैयारी हो जाती है। मगर जब पुरानी पिचिंग ही उखड गई तो माताटीला बांध खतरे में है और कभी भी मिटटी का कटाव बांध के पानी का फैलाव हो जाऐगा।