आग से धधक उठते है गौना क्षेत्र के जंगल हरे पेड़ो को बनाया जा रहा है निशाना पेड़ो का बदस्तुर कटान जारी,नहीं है कोई भी प्रतिबंध

पाली (ललितपुर)
पाली के अंतर्गत कनपुरा घाटी गौना वन रेंज में रास्ते में 20 किलोमीटर तक लगे रोड किनारे बेसकीमती हरे भरे पेड़ो में आग लगा दी जाती है जंगल के धधकने से जहां अमूल्य वन संपदा जलकर नष्ट हो रही है वहीं दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव जंतुओं पर भी मौत का साया मंडरा रहा है गर्मी की दस्तक के साथ ही बालाबेहट रोड से पाली कनपुरा घाटी तक घनघोर जंगल है पिछले कई दिन से गौना वन रेंज में लकड़ी का अवैध कटान जोरो पर है क्योंकि इन्हें काटने के लिए हरे भरे पेड़ो के किनारों पर आग लगा दी जाती है आग फैलते फैलते कई पेड़ो को अपना निशाना बना लेती है बाद में लकड़ी चोरी कटान बाले व्यक्ति अपने बाहन पिकअप ट्रेक्टर से पेड़ो को काटकर ले जाते है हजारों हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले गौना से पाली देवगढ़ तक फैले इस जंगल में अगर जल्द ही आग लगने से नहीं रोका गया तो वन विभाग द्वारा आग पर काबू पाया जाना संभव नहीं होगा जंगलों के अंधाधुंध कटान ग्रामों में अधिकतर घरों में काटने के लिए मशीनें भी ग्रामों में बदस्तूर हरे पेड़ो का कटान जारी है पिछले माह में ग्राम कैथोरा निवासी शिक्षामित्र की भी पेड़ काटते समय मौत हो गई थी लेकिन इसके बाद भी कटान जारी है दिन दहाड़े यह गाड़ियों,ट्रैक्टरों में लादकर ले जाते है।अबैध पत्थरो की खदानों के होने पर देखा जाए तो वन बिभाग की सब मिली भगत के बिना ये कार्य संभव नहीं है पहले कनपुरा घाटी पर निकलने पर बन विभाग का वेरियल था लेकिन अव क्या पता की सिर्फ कागजो में ही वेरियल सीमित हो अगर इस संबंध में वन विभाग को सूचित किया जाता है तो वन विभाग एबं पुलिस द्वारा भी दर्ज मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाकर अपने कार्य की इतिश्री कर ली जाती है।