जन चौपाल का हुआ आयोजन

सौजना थानाध्यक्ष पारुल सिंह द्वारा थाना क्षेत्र के गांव-गांव जाकर जन चौपालों का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने ग्राम सडकोंरा लहरन आदि गांवों में जन चौपालों में ग्रामीणों से अपील की कि आमजन आगे आकर पुलिस का सहयोग करें तो निश्चित ही समाज में भयमुक्त वातावरण का निर्माण होगा
ग्रामीणों को नशा से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि नशा समाज को न सिर्फ दूषित करता है बल्कि अपराधों को भी जन्म देता है। नशा के दुष्परिणामों से कई परिवार विघटन की स्थिति में आ गए हैं। अत: आम ग्रामीणजन नशा जैसी प्रवृत्ति को दूर करें और यदि अन्य कोई नशे की गिरफ्त में है तो उसे भी नशा की प्रवृत्ति से बाहर लाने का प्रयास करना चाहिए।
भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षित डिजिटल भुगतान प्रणाली प्रदान करने की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। साइबर फ्रॉड के शिकार हुए लोग इस 4 अंको की हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कभी भी कॉल कर सकते हैं। इस हेल्पलाइन नंबर को संबंधित राज्य पुलिस द्वारा संचालित किया जाता है।
इस नंबर पर की गई शिकायत पर साइबर फ्रॉड से संबंधित विवरण लिया जाएगा और फ्रॉड रिपोर्टिंग और मैनेजमेंट सिस्टम पर एक टिकट जारी किया जाएगा। इसके बाद संबंधित बैंक, वॉलेट या व्यापारी को भेजा जाएगा, ताकि फ्रॉड किए गए रकम को फ्रिज किया जा सके। रकम फ्रिज होने के बाद साइबर अपराधी इस रकम का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। अगर, फ्रॉड के बैंक में यह राशि ट्रांसफर हो गया है, तो भी यह प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी, जब तक की पैसे की वसूली नहीं हो जाती।
नेशनल हेल्पलाइन नंबर को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), सभी सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंक और ऑनलाइन वॉलेट के सहयोग से डेवलप किया गया है। हेल्पलाइन नंबर होने से वे लोग भी साइबर क्राइम को रिपोर्ट कर सकेंगे, जो इंटरनेट इस्तेमाल करने में सक्षम नहीं हैं। साथ ही, साइबर क्राइम को रिपोर्ट करने के लिए थाने का चक्कर नहीं लगाना होगा।शाशन की इसी मंशा के चलते थाना क्षेत्र के गांव-गांव में जनचौपालों का सतत आयोजन किया जा रहा है।