श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से होता है मानव का उद्धार-विष्णु प्रसाद श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में बधाई गीतों पर झूमे श्रद्धालु

महरौनी-ललितपुर। नाराहट रोड स्थित पावर हाउस के पास आयोजित हो रही श्रीमद् भागवत कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुट रहे हैं। कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का कार्यक्रम भव्य रूप में मनाया गया। आयोजन कर्ताओं द्वारा पूर्व में ही पंडाल को बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया गया था। वहीं श्रोतागणों ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा श्रवण कर धर्म लाभ उठाया। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नगर में अनेक स्थान पर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है। इस कथा के दौरान कथावाचक विष्णु प्रसाद द्विवेदी द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का महत्व विस्तृत रूप से श्रोता गणों के सामने वर्णित करते हुए बताया कि यदि जीव का उद्धार करना है तो उसे श्रीमद् भागवत कथा अवश्य श्रवण कराना चाहिए। प्राणी के अनेक जन्मों के पाप कर्म श्रीमद् भागवत कथा का भाव से श्रवण करने से कट जाते हैं। आत्मा का परमात्मा से मिलन कराने का बस एक ही सरल माध्यम श्रीमद् भागवत कथा है। यदि परमात्मा की कृपा प्राप्त करना है तो कथा श्रवण करना अनिवार्य है। कथा के दौरान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव भव्य रुप से मनाया गया। भगवान के जन्म उत्सव में कथा स्थल पर संगीतकारों ने बधाई गीत गाए। बाल रूप में भगवान श्रीकृष्ण की झांकी लगाई गई। इस जन्म कथा वाचक ने बताया कि नंद बाबा ने भगवान कृष्ण के जन्म पर एक लाख गायों का दान किया था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कथा को सफल बनाने में संगीत पर कलाकार इंदर राजा बुंदेला, खेमचंद, हरगोविंद सेन, आचार्य सुरेंद्र गोस्वामी आदि उपस्थित रहे।