ललितपुर में मूंग बेचकर लौट रहे किसान से रास्ते में लूट थाने में भी नहीं मिली मदद, पीडि़त की जान पर खतरा

ललितपुर। थाना मड़ावरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम हंसरा निवासी किसान देवेन्द्र सिंह पुत्र अमर सिंह के साथ लूट और मारपीट की गंभीर घटना सामने आई है। किसान ने पुलिस और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। पीडि़त ने मामले में संलिप्त पुलिसकर्मियों और स्थानीय अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देवेन्द्र सिंह, मड़ावरा पंचम मील पर अपनी मूंग बेचकर मोटर साइकिल से अपने गांव हंसरा लौट रहे थे, तभी हंसरा-मड़ावरा रोड पर पहाड़ सिंह पुत्र चंदन सिंह और सौरभ पुत्र पहाड़ सिंह ने उन्हें रोक लिया। पीड़ित का आरोप है कि दोनों ने उनकी जेब से 55,600 नगद लूट लिए और यह कहते हुए मारपीट की कि उसने उनकी लकड़ी तस्करी की शिकायत थाना मड़ावरा में की थी। आरोपियों ने जान से मारने की धमकी भी दी। किसी तरह जान बचाकर भागे पीडि़त देवेन्द्र सिंह ने जब रात 9 बजे थाना मड़ावरा पहुंचकर शिकायत करनी चाही, तो वहां मौजूद कस्बा इंचार्ज राजेश यादव ने उल्टे उन्हें ही गालियां दीं और आरोपियों को बुलाकर मामले को दबाने का प्रयास किया। पीडि़त का आरोप है कि आरोपियों ने खुलेआम यह कहा कि वे थाने में 50 हजार रुपये की सेटिंग करके मध्य प्रदेश तक अवैध लकड़ी सप्लाई करते हैं, और अगर दम है तो कहीं भी शिकायत कर ले। पीडि़त के अनुसार उसके फोन में इस अवैध लकड़ी का वीडियो सबूत के तौर पर मौजूद है। इस पूरी घटना के बाद भी न तो प्राथमिकी दर्ज की गई, न ही पीडि़त का मेडिकल परीक्षण कराया गया। डर के कारण पीडि़त देवेन्द्र सिंह अपने ही घर में सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। देवेन्द्र सिंह ने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और वन विभाग के अधिकारियों से मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाए तथा उनसे लूटी गई 55,600 रुपये की राशि उन्हें वापस दिलाई जाए। यह घटना न केवल ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि पुलिस तंत्र की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार की गंभीर तस्वीर भी उजागर करती है।