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वर्षा ऋतु के पूर्व की तैयारियों के लिए एडीएम ने ली बैठक

वर्षा ऋतु के पूर्व नगरीय/ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था, नाला नालियों की साफ-सफाई एवं बारिश के पानी की निकासी के उचित प्रबन्धन किये जाने हेतु अपर जिलाधिकारी अंकुर श्रीवास्तव ने जल संस्थान, जल निगम ,जल संस्थानऔर अधिशासी अधिकारियों नगरपालिका,नगर पंचायत के साथ बैठक की।
बैठक में पेयजल आपूर्ति के सम्बन्ध में अवगत कराया गया कि पेयजल समस्याओं के सम्बन्ध में विकास भवन में कन्ट्रोल रूम संचालित है, जिसमें प्राप्त होने वाली शिकायतों के निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये गए। बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्र की 44 शिकायते तथा नगरीय क्षेत्र की 13 शिकायतें अभी भी लम्बित है, जिनका निस्तारण जलनिगम द्वारा नहीं किया जा रहा है। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि उनकी निकाय में जल संस्थान के कोई भी कर्मचारी उपलब्ध नही रहते है, जिस कारण पाइप लाइन की मरम्मत आदि कार्यो को कराने में काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है,
ग्रामीण क्षेत्रों की पेयजल आपूर्ति के सम्बन्ध में अवगत कराया गया कि ग्राम पंचायतों में 26 पाइप पेयजल योजनायें है, जिनमें वर्तमान में 03 पूर्ण क्षमता पर, 10 आंशिक क्षमता पर संचालित है तथा 13 पाइप पेयजल योजनायें बन्द चल रही है तथा बार ब्लाक की 01 ग्राम पंचायत में टैंकर के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। जनपद की कुल ग्राम पंचायतो में 136 हैण्डपम्प रिबोर किये जाने के लक्ष्य के सापेक्ष 126 हैण्डपम्पों को रिबोर कर दिया गया है, 10 हैण्डपम्प रिबोर हेतु शेष है। इसी प्रकार मरम्मत योग्य 2086 हैण्डपम्प के सापेक्ष 1881 हैण्डपम्पों की मरम्मत की जा चुकी है, 205 हैण्डपम्प मरम्मत हेतु शेष बताये गये। जिला पंचायत राज अधिकारी, ललितपुर को निर्देशित किया जाता है कि वह समस्त ग्राम पंचायत अधिकारियों एवं प्रधानों को अपने स्तर से निर्देशित करें कि वह रिबोर एवं मरम्मत हेतु लम्बित हैण्डपम्पों को तत्काल सुचारू कराये व जिन हैण्डपम्पों के पास पानी एकत्रित रहता है, उनके आस-पास चूना डलवाये ताकि पानी एकत्रित होने के कारण किसी भी प्रकार के संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा न रहे व जनमानस को असुविधा का सामना न करना पड़े, मानसून आने से पूर्व नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नाला-नालियों की साफ-सफाई कराये जाने एवं बारिश के पानी की निकासी का उचित प्रबन्धन किये जाने के सम्बन्ध में अधिशासी अधिकारी, नागर निकाय एवं जिला पंचायत राज अधिकारी से जानकारी प्राप्त की गयी, जिसके सम्बन्ध में अवगत कराया गया कि नगरीय/ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले समस्त नाला-नालियों की साफ-सफाई करायी जा रही है प्रबन्धन किया जाये, ताकि बारिश का पानी कही भी एकत्रित न हो तथा ऐसे स्थलों जहॉ पर बारिश का पानी एकत्रित होने की सम्भावना हो, उन स्थानों पर मिट्टी आदि से पुराव करा दिया जाये। नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल निगम द्वारा सड़क खोदकर पाइप लाइन बिछायी जा रही है। प्रायः देखा जा रहा है कि पाइप लाइन बिछाने के उपरान्त पाइपों को केवल मिट्टी से ढक दिया जा रहा है, सड़क को सी0सी0 या डामर के द्वारा पुर्नस्थापित नही किया जा रहा है, बड़ी संख्या में सड़के खुदी हुयी पड़ी है, तेज बारिश होने के कारण पाइप लाइन पर पड़ी मिट्टी बहने एवं धसने के कारण दुर्घटना होने की सम्भावना से इन्कार नही किया जा सकता। इस सम्बन्ध में शासन से निर्देश प्राप्त हुये है कि सड़को पर गड्डो में जल भराव के कारण होने वाली दुर्घटनाओं या जनहानि, पशुहानि के सम्बन्ध में सम्बन्धित का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाये। जलनिगम के सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता को निर्देशित किया गया कि वह सम्बन्धित ठेकेदार से ऐसी समस्त सड़को के रेस्टोरेशन का कार्य एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें, यदि जल भराव के कारण किसी भी प्रकार की दुर्घटना घटित होती है, तो सम्बन्धित को उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा।

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