होमगार्ड की मौत के मामले में डॉक्टर पाया गया दोषी सीएमओ ने सीएससी से हटाया, शराब के नशे में धुत्त चिकित्सक ने नहीं किया था इलाज

ललितपुर। इलाज के अभाव मेें आधे घंटे तक तडफ़ते हुए होमगार्ड की मौत के मामले में करायी गयी जांच में दोषी पाए गए डाक्टर को सीएसीसी बार से तत्काल प्रभाव से हटाते हुए मुख्यालय अटैच कर दिया गया है। होमगार्ड की मौत के बाद चिकित्सक का दरबाजा खुलने पर तीमारदारों ने चिकित्सक का वीडियो बनाया था तो उस समय चिकित्सक शराब के नशे में धुत्त था और वह अर्धनग्र अवस्था में बैठा था। उसके द्वारा यह कहा गया था कि मर गया तो ठीक है। दूसरी ओर मृतक होमगार्ड के घर पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचे, तो वहीं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने शासन को पत्र लिखकर चिकित्सक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि थाना बार अंतर्गत ग्राम चुनगी निवासी 52 वर्षीय मोहनलाल अहिरवार बुधवार 18 जून की शाम थाना बानपुर में ड्यूटी कर घर लौट रहा था। तभी बानुपर कैलगुवां मार्ग पर मर्राेली के निकट वह सडक़ हादसे में घायल हो गया था। उसे उपचार के लिए बार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में लाया गया था। जहां आधे घंटे तक घायल होमगार्ड स्टेचर पर तडफ़ता रहा। वहीं स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात वंश गोपाल गुप्ता बंद कमरे के अंदर शराब पीता रहा। जब होमगार्ड की मौत हो गई। तब कहीं जाकर चिकित्सक ने गेट खोले तो चिकित्सक अर्धनग्न अवस्था में कमरे में बैठा था और शराब के नशे में बैठा था। यही नहीं उसने तीमारदारों से कहा कि मर गया तो ठीक है। इस मामले की सीएमओ ने जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी बनाई थी। जिसमें अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वीरेन्द्र सिंह व उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अवधेश कुमार द्वारा जांच की गयी, तो जांच में चिकित्सक दोषी पाए गए। जिसके बाद सीएमओ डा. इम्तियाज अहमद ने रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सक को बार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से हटाते हुए मुख्यालय अटैच कर दिया व कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिख दिया है।