प्राइवेट बसों में जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे स्कूली बच्चे

ललितपुर। परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर बने हुए है, कुछ दिन पहले की बस की छत पर बैठे एक युवक को 11 हज़ार लाइन की चपेट में आने के चलते वह झुलस गया था, लेकिन इसके बाबजूद भी अधिकारियों ने इसका कोई संज्ञान नही लिया गया, लगता है कि परिवहन विभाग व जिला प्रशासन को किसी बड़ी अनहोनी होने का इंतजार है।
बताते चले कि आएदिन ग्रमीण क्षेत्रो के सैकड़ों की संख्या में छोटे छोटे बच्चे स्कूली बच्चे व विद्यालय जाने बाले विद्यार्थियों की संख्या जनपद में आने के लिए उमड़ पड़ती है, संचालित होने बाली बसों में न तो इन्हें जगह दी जाती है और न ही कोई उचित स्थान, जैसे ही बस को स्टॉप पर रोका जाता है, बैसे ही एक बस में चढ़ने के लिए सैकड़ो बच्चे कूद पड़ते है, जिसका नतीजा यह रहता है कि कई बच्चे अपनी जान को जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हो जाते है। यदि भविष्य में इनके साथ कोई दुर्घटना होती है तो उनकी जिम्मेदारी आखिर कौन लेना यह सवाल उठ रहा है। इससे पहले भी ठसाठस भरी बसों व बसों के ऊपर बैठे स्कूली बच्चों की वीडियो व फोटो वायरल हो चुकी है लेकिन जिम्मेदार परिवहन विभाग के अधिकारी न तो इन बस संचालको पर कार्यवाही करते है और न ही बस चालकों को हिदायत दी जाती है। इन सभी से यही लगता है कि जिला प्रशासन व परिवहन विभाग के अधिकारी किसी बड़ी अनहोनी की आश देखे हुए है।