दैलवारा चौकी पुलिस को वाहन चैकिंग के दौरान मिली सफलता, 50 क्वाटर रसभरी के साथ युवक को दबोचा

ललितपुर। मोटर साइकिल से शराब की तस्करी कर गांव-गांव बेची जा रही है। ऐसे प्रकरण का खुलासा कोतवाली पुलिस ने फिर किया है। मंगलवार देर रात मुख्यालय के सरकारी ठेका से शराब खरीदकर गांव में बेचने जा रहे शातिर बदमाश को पुलिस ने रास्ते में ही धर दबोचा। युवक के पास से भारी मात्रा में देशी शराब के क्वाटर बरामद किये गये तो वहीं तस्करी में प्रयोग की जा रही मोटर साइकिल भी बरामद की गयी है। हालांकि पुलिस ने प्रकरण में सात वर्ष से कम सजा होने के चलते दो लोगों की जमानत पर युवक को छोड़ दिया।
दैलवारा चौकी प्रभारी उ.नि. नरेन्द्र सिंह अपने हमराह कां.मनीष कुमार साहू व कां. विकास चन्द्र के साथ निजी वाहन से सिलगन रेलवे ब्रिज के पास खड़े होकर वाहनों की चैकिंग कर रहे थे। तभी मुखबिर ने सूचना दी कि एक व्यक्ति बाइक पर प्लास्टिक की बोरी में देशी शराब लेकर आ रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस ने घेराबंदी कर दी। इसी दौरान उन्हें प्लास्टिक की बोरी रखे मोटर साइकिल चालक आता दिखायी पड़ा। युवक ने पुलिस को देखकर बाइक से भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने पीछा करते हुये स्मारक गेट के नीचे बाइक सवार को दबोच लिया। पूछताछ करने पर पकड़े गये युवक ने अपना नाम मध्य प्रदेश के जिला सागर अंतर्गत थाना दलपतपुर के ग्राम बरखेड़ा निवासी अखिलेश लोधी पुत्र बादाम सिंह बताया। प्लेटिना बाइक संख्या यू.पी. 94 एस 9058 के आगे टंकी पर रखी बोरी की तलाशी लेने पर 50 क्वाटर देशी रसभरी ब्राण्ड की कुल मात्रा 10 लीटर अवैध तरीके परिचालन करते हुये बरामद की गयी।
घुसयाना ठेका के अनुज्ञापी व सेल्समेन पर आपूर्ति करने का आरोप
पकड़े गये अखिलेश लोधी ने बताया कि उसने यह शराब घुसयाना स्थित देशी शराब के ठेका जो कि गायत्री देवी के नाम पर है, के यहां से सेल्समेन रमेश शिवहरे से खरीदकर लाया है। बताया कि वह इस शराब को अपने गांव सिलगन ले जा रहा था, जहां वह शराब को बेचकर अपनी रोजी-रोटी कमाता है।
लाइसेंस नहीं दिखा सका अखिलेश लोधी
अखिलेश लोधी से पुलिस ने देशी शराब बेचने और अधिक मात्रा में खरीदने का लाइसेंस मांगा तो वह लाइसेंस दिखाने में कासिर रहा। पुलिस ने प्रकरण में सात वर्ष से कम सजा होने के प्रावधान के चलते दो जमानती ग्राम सिलगन निवासी हरीराम पुत्र जगन व देवेन्द्र कुमार पुत्र जगदीश प्रसाद आचार्य की जमानत लेकर मुचलका पर अखिलेश लोधी को रिहा कर दिया।