सिंधवाहा से अमझिरा धाम तक निकाली गई कांवड़ यात्रा

नाराहट/ग्राम सिंधवाहा से अमझिरा घाटी तक भव्य कांवड़ यात्रा निकाली गई
भगवान शिव जी के पावन पुनीत श्रावण मास में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने
सिंधवाहा के रामजांनकी मंदिर से अमझिरा धाम तक कांवड़ यात्रा गाजे बाजे ढोल नगाड़ों की धुन में भजन कीर्तन करते हुए भव्य यात्रा निकाली गई।धार्मिक आस्था से ओत-प्रोत इस यात्रा में गांव के युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। शोभायात्रा के रूप में गांव से रवाना हुई यह कांवड़ यात्रा पूरे क्षेत्र में भक्ति और श्रद्धा का वातावरण निर्मित कर रही है।जब कांवड़ यात्रा नाराहट पहुंची तो कस्बे के धार्मिक व्यक्तियों ने जलपान कराकर एवं कांवड़ियों पर पुष्प बर्षाकर फूल मालाए पहनाकर भव्यता से स्वागत किया। स्वागत करने वालों में संजय शांडिल मकरीपुर, विशाल नायक,दिव्यांशु पाठक नाराहट, राघवेंद्र यादव, जितेंद्र दुबे, नीतेश राठौर, सोनू यादव हल्के नन्ना,रामकुमार मिस्त्री, छोटू राठौर, ओमी प्रजापति, आदि लोग रहे।
श्रद्धालुओं का यह जत्था पवित्र धाम अमझिरा घाटी पहुंचा, जहां भगवान शिव को जल अर्पित कर सुख समृद्धि,और शांति की कामना की।
कांवड़ यात्रा में घनश्याम दास नायक, रामकंकन नायक, रामकुमार नायक, केशव भोड़ेले, खेमराज पटेरिया, कैलाश पटेरिया,कमल नायक जगदीश तिवारी, राजनारायण सोनी, पदम साहू, परसोत्तम रैकवार, लल्लू प्रजापति, विजय साहू,
रामसिंह,दामोदर कुशवाहा, एवं महिलाओ सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने कांवड़ यात्रा में शामिल होकर धर्म लाभ अर्जित किया।