US bankruptcy कोर्ट ने खोली बायजू कंपनी की पोल, हेज फंड के जरिए कैसे की हेराफेरी
डेलावेयर /विलमिंगटन। बायजू कंपनी पर निवेशकों द्वारा अमेरिका हेज फंड के जरिए 53.3 करोड़ डॉलर (करीब 4420 करोड़ रुपए) की हेराफेरी के आरोप के मामले में अमेरिकी दिवालियापन जज जॉन डोर्सी ने शुक्रवार को सुनवाई की.
डोर्सी ने शुक्रवार को डेलावेयर के विलमिंगटन में अदालत की सुनवाई के दौरान कहा, “यह तथ्य कि वे जानकारी जानते हैं और इसे प्रस्तुत करने से इनकार कर रहे हैं, यह सिर्फ एक बड़ा रेड फ्लैग है.”
कोर्ट ने निवेश फर्म कैमशाफ्ट कैपिटल फंड द्वारा नकदी के बारे में सवालों के जवाब देने से बचने के प्रयास को खारिज कर दिया.
फ्लोरिडा के एक छोटे हेज फंड पर आरोप है कि उसने भारतीय शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को $533 मिलियन छिपाने में मदद की थी.
कोर्ट ने कहा कि इस हेज फंड को अब यह बताना होगा कि पैसा कहां है, नहीं तो उसे सोमवार को संघीय न्यायाधीश द्वारा संभावित प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है.
यह पैसा बायजूज़ अल्फा इंक का है, जो थिंक एंड लर्न से संबद्ध एक दिवालिया कंपनी है, जिसे उधारदाताओं द्वारा उनके ऋण में चूक के बाद ले लिया गया था.
बायजू के वकील बेंजामिन फिनेस्टोन ने सुनवाई के दौरान बताया कि $533 मिलियन को हेज फंड में स्थानांतरित कर दिया गया था और फिर रवींद्रन के भाई रिजू रवींद्रन द्वारा एक अज्ञात, आपतटीय ट्रस्ट में स्थानांतरित कर दिया गया था.
सुनवाई के दौरान कैमशाफ्ट ने धन के बारे में विवरण का खुलासा करने के प्रयासों का विरोध किया क्योंकि एक हेज फंड का अपने ग्राहकों की रक्षा करने का कर्तव्य होता है.
वकील पीटर वैन टोल ने डोर्सी को बताया कि हेज फंड ने यह भी तर्क दिया कि बायजू और उधारदाताओं को इसके बजाय डेलावेयर की एक कंपनी इंस्पिलार्न से नकदी के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए, जिसे अनाम ट्रस्ट में स्थानांतरित करने से पहले कैमशाफ्ट से धन प्राप्त हुआ था.
ये मामला लापता धन उधारदाताओं और उद्यमी बायजू रवींद्रन द्वारा स्थापित शिक्षा-प्रौद्योगिकी स्टार्टअप थिंक एंड लर्न के बीच $1.2 बिलियन के ऋण को लेकर चल रहे विवाद का केंद्र है.
पिछले साल उधारदाताओं ने चूक की घोषणा की और बायजूज़ अल्फा को जब्त कर लिया, जिसकी मूल कंपनी थिंक एंड लर्न है. तब से उधारदाताओं ने थिंक एंड लर्न को $1.2 बिलियन का ऋण चुकाने और $533 मिलियन का पता लगाने के लिए मजबूर करने की कोशिश की है, जिसका कहना है कि इसका इस्तेमाल ऋण चुकाने के लिए किया जाना चाहिए.
रवींद्रन डेलावेयर चांसरी कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील कर रहे हैं, जिसने उधारदाताओं को बायजूज़ अल्फा का नियंत्रण दिया था.
डोर्सी ने कहा कि अगर कैमशाफ्ट शुक्रवार के अंत तक जानकारी नहीं देता है, तो वह सोमवार को यह तय करने के लिए सुनवाई करेगा कि क्या किया जाए. इस तरह की सुनवाई प्रतिबंधों की ओर ले जा सकती है, अगर लक्ष्य यह नहीं समझा सकता कि वे अदालत के आदेश का पालन करने में विफल क्यों रहे.
अमेरिकी दिवालियापन मामला BYJU’s Alpha Inc., 24-10140, यूएस दिवालियापन न्यायालय जिला डेलावेयर (विलमिंगटन) है.