मदनपुर वन बीट में तेंदुए का आतंक, चरवाहे की बहादुरी से बची बछड़े की जान

ललितपुर। मदनपुर वन बीट में शनिवार को तेंदुए के हमले से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। ग्राम भौंती निवासी चरवाहा इमरत सिंह मवेशी चरा रहे थे। इस दौरान झाड़ियों से अचानक एक तेंदुआ निकल आया और पीछे से एक बछड़े का गला दबोच लिया। तेंदुआ बछड़े को घसीटकर ले जाने की कोशिश करने लगा।
बछड़े की चीख-पुकार सुनकर चरवाहा इमरत सिंह ने हिम्मत दिखाई। उन्होंने पहले कुल्हाड़ी से तेंदुए को डराने की कोशिश की, लेकिन जब वह नहीं भागा तो पत्थरों से हमला किया। इस पर तेंदुआ बछड़े को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। शोर सुनकर अन्य चरवाहे भी मौके पर पहुंच गए। सभी ने घायल बछड़े को गांव पहुंचाकर पशु चिकित्सक से इलाज कराया। बछड़े के गले पर तेंदुए के दांतों से गहरे घाव पाए गए।
गौरतलब है कि इसी जंगल में जून माह में भी एक घायल तेंदुआ मिला था, जिसे वन विभाग की टीम ने 15 घंटे चले रेस्क्यू अभियान के बाद पकड़ा था और इलाज के लिए लॉयन सफारी इटावा भेजा गया था।
वन क्षेत्राधिकारी मड़ावरा अशोक कुमार यादव ने बताया कि मड़ावरा और आसपास के जंगलों में तेंदुए, बाघ और भालू जैसे खतरनाक जंगली जानवर मौजूद हैं। कुछ महीने पहले धौरीसागर के जंगल में लगाए गए ट्रैप कैमरों में ये जानवर कैद भी हुए थे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जिन क्षेत्रों में तेंदुआ दिखाई दे रहा है वहां अकेले न जाएं और सतर्कता बरतें।