राज्य महिला आयोग की सदस्या ने की महिला जनसुनवाई, बिरारी में जनचौपाल लगाकर महिलाओं को बताये उनके अधिकार

गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्या श्रीमती अर्चना पटेल ने विकास भवन सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ महिला उत्पीड़न की घटनाओं की समीक्षा की और पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाये जाने के लिए महिला जनसुनवाई कर अधिकारियों को त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिये।उन्होंने जनसुनवाई करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिला जनसुनवाई का आयोजन इसीलिए किया जाता है कि पीढ़ित महिलाओं को त्वरित न्याय मिले और उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जानकारी हो सके। साथ ही सरकार की अनेकों योजनाओं का लाभ देकर महिलाओं को सशक्त बनाया जा सके। कुछ महिलाएं जानकारी के अभाव में यहां वहां न्याय के लिए भटकती हैं, लेकिन महिला जनसुनवाई में आकर उन्हें अपनी समस्या का निस्तारण मिलता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आज जो भी शिकायतें प्राप्त हुई हैं, उनका निस्तारण अगली जनसुनवाई तक हो जाना चाहिए, यदि शिकायतें लम्बित रहती हैं तो सम्बंधित अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार होंगे।आज कुल 21 शिकायती पत्र प्राप्त हुए, जिनमें 04 बाल सेवा योजना, 01 स्पोन्सरशिप योजना, 03 राशन कार्ड, 01 एलपीजी, 01 घरेलू हिंसा, 01 अवैध कब्जा, 01 आवास, 01 सड़क व नाली बनवाने व 08 अन्य शिकायती पत्र आये हैं, जिनमें से 07 मामलों का मौके पर ही निस्तारण करा दिया गया और शेष शिकायतों को सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को सौंपते हुए त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिये गए हैं।इस दौरान पिछली जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की गई, जिसमें कुल 65 मामले आये थे, जिनमें से 39 का निस्तारण हो चुका है, शेष मामले जमीनी विवाद वाले हैं, जिनका निस्तारण भी जल्द होगा।
जनसुनवाई के बाद सदस्या ने ग्राम बिरारी के पंचायत भवन (सचिवालय) में जनचौपाल कर ग्रामीण क्षेत्र के गरीब, असहाय व जरुरतमंद व्यक्तियों की समस्याओं को सुना। उन्होंने सभी फरियादियों की शिकायतों का गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को निस्तारण हेतु निर्देशित किया। इस दौरान ग्राम की लगभग 100 से अधिक महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी दी गई और सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए संचालित योजनाओं के बारे में बताया गया।



