पाली मे चौरसिया समाज ने स्थापना दिवस के रूप में मनायी नागपंचमी , शिव- शिव लहरी पर खूब झूमे श्रद्धालु
नगर पाली में नागपंचमी के दिन शुक्रवार को चौरसिया समाज ने भगवान भोले नाथ एवं उनके गले के हार नागराज देवों की विधि विधान से पूजा अर्चना स्थापना दिवस के रूप में हर्सोल्लास के साथ मनाया क्योंकि चौरसिया समाज नागदेव को अपना आराध्य देव मानते है।उनकी मान्यता है कि भगवान नाग उनकी पान की खेती में वृद्धि करते हैं,साथ ही सर्प दोष से रक्षा होती है इस कारण वह पान की बेल को नागबेल कहकर संबोधित करते है।शुक्रवार को नागपंचमी के अवसर पर अवध विहारी मंदिर से बैंडबाजों की धुन पर शोभायात्रा निकाली गई।शोभायात्रा में सबसे आगे धर्म ध्वजा पताकाएं लहरा रही थी,इसके बाद बैंड- बाजो पर बज रहे भक्ति गीत बम-बम लहरी,शिव-शिव लहरी.., मुझे चढ़ गया भगवा रंग-रंग..आदि तरानों पर उत्साही युवक,युवतियां जमकर थिरक रहे थे,महिलाएं सिर पर मंगल कलश रख चल रही थी। नागपंचमी को लेकर भूतभावन भगवान श्री नीलकंठेश्वर धाम,श्री हजरिया विश्वनाथ महादेव मंदिर पर सुबह से श्रदालुओं की भीड़ देखते ही बन रही थी ।