एल्बेंडाजोल दवा के सेवन से होता है कृमि संक्रमण से बचाव:प्रदीप यादव
ललितपुर। एल्बेंडाजोल दवा के सेवन से कृमि संक्रमण से बचाव होता है। इसके खाने से कोई परेशानी नहीं होती है। पेट में अधिक कीड़े होने पर सिर दर्द, उल्टी, मिचली या चक्कर आ सकते है, जो कि सामान्य प्रक्रिया है, थोड़ी देर बाद सब ठीक हो जाता है। यह बात कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मिर्चवारा में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के उद्घाटन पर डिप्टी सीएमओ प्रदीप यादव ने कही।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि एल्बेंडाजोल के सेवन से कृमि संक्रमण से बचाव होता है। यह दवा पूर्णतया सुरक्षित है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। उन्होंने बेहिचक दवा सेवन करने के लिए कहा। जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक गणेश तेनगुरिया ने कहा कि जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) कार्यक्रम के अंतर्गत सरकारी स्कूलों, निजी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों में एक से 19 वर्ष तक के बच्चों को पेट के कीड़े निकालने के लिए एल्बेंडाजोल खिलाई जा रही है। एक से दो साल के बच्चों को टेबलेट का चूरा कर पानी के साथ खिलाया जाएगा। बड़े बच्चों को दवा चबा चबाकर खानी है। यह दवा खाली पेट दवा नहीं खानी है। उन्होंने कहा कि बीमार बच्चे को कृमि मुक्ति की दवा नहीं खिलाई जाएगी। यदि किसी भी तरह उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नहीं। पेट में कीड़े ज्यादा होने पर दवा खाने के बाद सरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान होना या चक्कर आना महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है। दवा खाने के थोड़ी देर बाद सब सही हो जाता है। डीपीएम रजिया फिरोज ने बताया कि बच्चों के पेट में कीड़े होने पर शरीर में खून की कमी हो जाती है और शरीर में कुपोषण कुपोषित हो सकता है। इससे संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास भी नहीं हो पाता है। सुख देव ने बताया कि एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिए जिले में 6.57 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग समेत आईसीडीएस और शिक्षा विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह गोली पूरी तरह से सुरक्षित है, किसी भी भ्रम में पडऩे की आवश्यकता नहीं है।
स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सौरभ सक्सेना ने कहा कि किसी भी अभिभावक को यह टेबलेट रखने या बाद में खिलाने के लिए नहीं देनी है। यह दवा आशा व आगंनबाड़ी के सामने ही बच्चों को खिलानी है। उन्होंने खाने से पहले और शौच के बाद अपने हाथ साबुन से धोने,साफ और स्वच्छ पानी पीने की सलाह बच्चों को दी। इस मौके पर डा. राजेश भारती व स्कूल स्टाफ आदि मौजूद रहा।