एलयूसीसी चिटफंड कम्पनी गिरोह के 25 हजार के इनामी सदस्य विवेक गिरफ्तार
धोखे में रखकर लाखों रूपए जमा कराकर वापिस मांगने पर दी गई थी निवेशको को धमकी
ललितपुर। एलयूसीसी चिटफंड कम्पनी बनाकर लोगों को धोखे में रखकर हजारों करोड़ों रूपए जमा कर वापिस नहीं करने के मामले में फरार चल रहे चिटफंड गिरोह का 25 हजार रूपए के इनामी आरोपी युवक को पुलिस ने सोमवार को ग्राम पठाविजयपुरा से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से दस्तावेज भी बरामद किये है, वहीं आरोपी ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है, जिसमें वह लोगों को धन दोगुना करने का आश्वासन देकर एलयूसीसी कम्पनी में जमा करा लेते थे और उस पैसे से वह लोग येशोआराम करते है।
क्षेत्राधिकारी महरौनी अजय कुमार के निर्देशन में महरौनी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा अपने हमराहों के साथ फरार चल रहे इनामी आरोपी की तलाश में घूम रहे थे, तभी उन्हें सूचना मिली कि एलयूसीसी चिटफंड कम्पनी गिरोह का एक सदस्य विवेक चतुर्वेदी पुत्र अवध विहारी चतुर्वेदी निवासी पठाविजयपुरा भागने की फिराक में घूम रहा है। पुलिस ने दोपहर 2 बजे के दरम्यान घेराबंदी कर उसे धर दबोचा। पूछताछ में आरोपी युवक ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है जिसमें वह लोग एलयूसीसी कम्पनी में निवेश करने के लिये लोगों को लाभ की बाते बताकर जोड़ते हैं। वह लोग एलयूसीस कम्पनी में एजेंट के रूप में कार्य करते हैं । एलयूसीसी कम्पनी का कार्यालय उत्तर प्रदेश के कई जिलों व अन्य राज्यो में भी स्थित हैं । इस कम्पनी में उसने कई लोगों को लालच देकर जोड़ चुका है तथा उनको गुमराह करके पांच वर्ष में उनके हजारों, लाखों रूपए का निवेश कम्पनी में जमा करा चुका है। वह उन लोगों को अधिकतर उनको अपना शिकार बनाता है, जिनकी जिले के किसी क्षेत्र में हाइवे, बाढ, डूब क्षेत्र आदि में जमीनें अधिगृहित की जाती है और उन्हें अच्छा मुआवजा मिलता है उन लोगों को वह टारगेट करते है और उन्हें गुमराह कर झूठे सपने दिखाकर लाखों रूपए का कम्पनी में निवेश कराते है। इस पैसे को वह आपस में बांटकर अपने शौक पूरा करते है।
बताते चले कि अब तक पुलिस इस मामले में 35 हजार रूपए के इनामी रवि तिवारी, उसके भाई राहुल तिवारी, आलोक जैन, द्वारिका प्रसाद झां, सुरेन्द्र पाल सिंह सहित 8 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि सतीश जैन सहित 2 लोगों ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया है। इस प्रकार अब तक 11 लोग जेल जा चुके है।
बता दें कि ग्राम पचौड़ा निवासी पूरन अहिरवार पुत्र नन्दराम अहिरवार ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि विवेक चतुर्वेदी सहित पांच लोगों द्वारा एक संगठित अपराधिक गिरोह बनाकर उसके लाखों रूपए धोखाधड़ी कर एलयूसीसी कम्पनी में जमा करा लिये, अब वापिस मांगने पर धमकी दी जा रही है, का मामला पुलिस ने दर्ज किया था। आरोपी को पकडऩे वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक महरौनी विनोद कुमार मिश्र, अतिरिक्त निरीक्षक उदयवीर सिंह, उप निरीक्षक अभिषेक सिंह, हेड कांस्टेबल राघवेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।