मासूमों की खौफनाक रात: कलेजे के टुकड़ों को लेकर दौड़ते रहे परिजन
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की रात करीब ग्यारह बजे अचानक मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग प्रसूता विभाग से चीख पुकार के साथ लोग अपने अपने नव जात बच्चों को बैड से उठाकर बाहर भागने लगे। लोगों का कहना था काफी धुंआ हो रहा है। आग लगी हुई है। घटना की सूचना मिलने पर तत्काल फायर बिग्रेड और पुलिस टीम के साथ प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया और बचाव कार्य शुरू किया।
कलेजे के टुकड़ों के लिए उम्मीद कभी खत्म नहीं होतीं ..भले ही बेरहम लपटें उनको कोयला बना चुकी हों.. मां-बाप जानते हैं, बच्चा अब नहीं है लेकिन कैसे उसे हाथों में लेकर दौड़ रहे.. शायद कहीं जिंदगी बाकी हो….
तस्वीर देखकर, विचलित और चीत्कार दोनों आ रहा है।
कृपाल सिंह राजपूत ने बताया कि जब वह वार्ड में पहुंचे, तो एक बेड पर 6 बच्चे थे. स्थिति भयावह थी. उन्होंने 20 से 25 बच्चों को स्वयं निकाला. उन्होंने दावा किया कि 10 से अधिक बच्चे जलकर खाक हो गए थे. साथ ही बताया कि वह अपने बच्चे को देखने के लिए गए थे.
घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने जताया दुःख व आधिकारियों को दिए निर्देश
घटना स्थल पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक