पर्यटक दृष्टि से क्षेत्र को मिलेगी नई पहचान जिला अधिकारी की रहेगी अहम भूमिका

पाली तहसील के बालाबेहट किला के लिए हेरिटेज होटल के रूप में विकसित करने की तैयारी पुरातत्व विभाग ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के नाम हस्तांतरित कर दिया गया अब किला पीसीसी मॉडल पर विकसित करने के लिए तेज़ गति से काम किया जाना है पुरानी धरोहर इमारत को सवारने एवं पर्यटनों को लुभाने के लिए पीसीसी मॉडल यानी सार्वजनिक निजी सहभागिता पर्यटन इकाइयों को विकसित किया जा रहा इसमें बालाबेहट किला को भी सामिल किया गया है किला का पुराना स्वरूप बरकरार रखा जाएगा मान्यता के अनुसार यह किला पुराने गुण किले पर निर्मित किया गया जो मराठा सेनापति गंगाधर राव द्वारा किला का जिर्णोद्धार कराया गया किला में कुछ आवासीय भवन आज भी प्राय सुरक्षित है जैसे रानी महल हाथी दरवाजा बावड़ी बुर्ज आदि किला पीसीसी मॉडल में तैयार होने से यहां पर्यटकों का आना-जाना रहेगा यह यहां के ग्रामीणों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी के आर्थिक प्रयास से पर्यटन अधिकारी हेमलता के द्वारा टीमों को भेज कर जल्द रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा राजस्व विभाग एवं पर्यटन विभाग द्वारा पैमाइश कर सुनिश्चित किया जा रहा है जिससे पीसीसी मॉडल के रूप में होटल जल्द तैयार हो जिससे पर्यटकों का आना-जाना रहे बैसे भी क्षेत्र में पर्यटन की अनेक संभावना है वैसे भी इस क्षेत्र में प्राचीन समय के साक्ष्य मौजूद है जैसे जंगल में नागों का मड नाग मंदिर ,प्राचीन बरवासन माता मंदिर झरना, लक्ष्मी नारायण मंदिर, प्राचीन श्री राम जानकी हटवारा मंदिर ,के साथ ब्राह्मणों के मकान ,सतीमाता की प्रतिमा जो आजभी सुरक्षित है एव कुछ जगह प्राचीन अस्त व्यस्त प्रतिमा पड़ी हुई है ऐसी जगह को भी पुरातत्व विभाग चिन्हित कर पर्यटक दृष्टि से जोड़े झूला।