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माताटीला बांध के 20 गेट खोलकर करीब 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बेतवा नदी उफान पर किसानों की फसलें जलमग्न, अलर्ट जारी

 

 

ललितपुर,जिले मे लगातार हो रही भारी बारिश के कारण माताटीला बांध का जलस्तर बढ़ गया है। स्थिति को देखते हुए गुरुवार को माताटीला बांध के 20 गेट खोल दिए गए, जिससे बेतवा नदी में भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। इस अचानक जल निकासी से नदी के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और किसानों की खड़ी फसलें पूरी तरह से जलमग्न हो गई हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है।

जलमग्न हुईं किसानों की फसलें

माताटीला बांध से एक साथ 20 गेट खोले जाने से बेतवा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा। नदी के किनारे बसे कई गांवों में पानी खेतों में घुस गया, जिससे धान, उड़द और अन्य खरीफ की फसलें पानी में डूब गईं। किसानों की सालों की मेहनत कुछ ही घंटों में बर्बाद हो गई। तालबेहट तहसील क्षेत्र के निचले इलाको के गावों मे सैकड़ों बीघा कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। किसानों का कहना है कि उन्हें इस बारे में पर्याप्त चेतावनी नहीं मिली, जिससे वे अपनी फसलों को बचाने के लिए कुछ नहीं कर पाए।

प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

पानी छोड़े जाने के बाद जिला प्रशासन ने बेतवा नदी के किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों से नदी के करीब न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की जा रही है। प्रशासन द्वारा लोगों को सतर्क किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें तैयार हैं।

किसानों की मांग, सरकार से मुआवजे की उम्मीद

फसलें डूबने से परेशान किसानों ने सरकार से तत्काल मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि इस आपदा ने उनकी आजीविका छीन ली है और उन्हें भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। कई किसानों ने बताया कि वे अभी तक पिछली फसल के नुकसान से उबर भी नहीं पाए थे कि यह नई आफत आ गई। किसानों ने सरकार से जल्द से जल्द नुकसान का सर्वे कराकर उचित मुआवजा देने की अपील की है।

 

यह देखना होगा कि सरकार और जिला प्रशासन इस स्थिति पर क्या कदम उठाता है और प्रभावित किसानों को कितनी जल्द राहत मिल पाती है।

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