तालबेहट क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में बिजली कटौती से लोग परेशान, मच्छरों के प्रकोप से बीमारियां फैलने का खतरा

तालबेहट, (ललितपुर): तालबेहट क्षेत्र के करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में पिछले कई दिनों से हो रही अघोषित बिजली कटौती ने ग्रामीणों का जीवन मुश्किल बना दिया है। रात-रात भर बिजली गुल रहने से लोग गर्मी और उमस से परेशान हैं। वहीं, बिजली न होने से कूलर, पंखे सब बंद पड़े हैं, जिससे मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ गया है। और बरसात के मौसम में लोग सो नहीं पा रहे जिससे बीमार होने की आशंका अधिक बढ़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार मच्छर काटने से वे बीमार पड़ रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
रात भर रहती है बिजली गुल, मच्छरों से हो रहा है बुरा हाल
क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों, जिनमें पुराकलां, तेरई फाटक,बम्हौरी,सेरबांस, ककडारी और कड़ेसरा कला शामिल हैं, शाम होते ही बिजली काट दी जाती है जो पूरी रात गुल रहती है। इन गांवों के लोगों का कहना है कि बिजली विभाग से शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणो ने बताया कि “गर्मी इतनी ज्यादा है और ऊपर से बिजली नहीं है। रात भर जागना पड़ता है क्योंकि मच्छर काट-काटकर जीना मुश्किल कर देते हैं। हमारे परिवार में कई लोग बीमार पड़ चुके हैं।”
बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है ज्यादा असर
बिजली कटौती का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है। गर्मी और मच्छरों के कारण छोटे बच्चे सो नहीं पा रहे हैं, जिससे उनकी तबीयत खराब हो रही है। कमल कुमारी नामक एक महिला ने बताया कि “मेरा छोटा बच्चा रात भर रोता रहता है। मच्छर काटने से उसके शरीर पर लाल-लाल दाने हो गए हैं। अस्पताल में दिखाया तो डॉक्टर ने बताया कि मच्छर जनित रोग का खतरा बढ़ रहा है।”
प्रशासन से मदद की गुहार
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। मच्छरों के प्रकोप से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, जिससे क्षेत्र में महामारी फैलने की आशंका है।