ललितपुर: विद्युत विभाग की टीम पर जानलेवा हमला, सरकारी दस्तावेज फाड़े, डण्डा और पत्थरों से किया गया हमला, जान बचाकर भागे

एसडीओ प्रथम की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
ललितपुर। बिजली जांच करने गयी विभागीय टीम पर विद्युत चोरी कर रहे परिवार से मां-बेटे ने डण्डा और पत्थर से हमला कर दिया गया। विद्युत विभाग की टीम को जान बचाकर मौके से भागना पड़ा। इस हमले से सरकारी कार्य में जानबूझकर बाधा डाली गयी और सरकारी दस्तावेज फाडऩे से मामला गंभीर हो गया है। लिहाजा, उपखण्ड अधिकारी प्रथम की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मां-बेटे के खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
मूलरूप से झांसी के तालपुरा अम्बेड़कर नगर सिंधी कालोनी निवासी संजय सागर पुत्र संतोष कुमार ने बताया कि वह ललितपुर में उपखण्ड प्रथम के पद पर तैनात हैं। शासन द्वारा वर्तमान में आयोजित बिजली बिल राहत योजना अंतर्गत उच्चाधिकारियों के निर्देशों पर वह अपनी टीम में महेन्द्र पाल सिंह टी.जी. 2 व संविदा कर्मियों में राजेश, मनीष, गोकुल, अभिषेक श्रीवास्तव, देवेन्द्र खरे के साथ रविवार को शाम करीब 4.40 बजे शहर के मोहल्ला वंशीपुरा में बकायेदार उपभोक्ताओं के ओटीएस में रजिस्ट्रेशन कराये जा रहे थे। इस दौरान उपभोक्ता देवकुमारी पत्नी हरीराम के संयोजन की जांच हुयी तो पता चला कि सोनू पुत्र राजू द्वारा मीटर की सर्विस केबिल के अतिरिक्त अलग से केबिल डालकर सीधे विद्युत का उपयोग किया जा रहा था। जब उक्त व्यक्ति से विद्युत चोरी के बारे में पूछा तो नर्मदा पत्नी राजू व उसके पुत्र सोनू ने गालियां देते हुये घर के बाहर आ गये और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने लगे। आरोप है कि दोनों ने सरकारी कागज भी फाड़ दिये। टीम ने जब उन्हें समझाया तो उक्त लोग आवेश में आकर हाथ में डण्डा और पत्थर से मारते हुये जान से मारने की धमकी देने लगे। उपखण्ड अधिकारी के अनुसार वह किसी प्रकार अपनी टीम के साथ मौके से भाग निकले और उक्त प्रकरण का वीडियो बनाकर फोन में सुरक्षित कर लिया। उपखण्ड अधिकारी की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने नर्मदा व सोनू के खिलाफ बीएनएस की धारा 115 (2), 132, 351 (3) व 352 के तहत एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी।



