शनिवार को 11 लाख पार्थिव शिवलिंग का हुआ निर्माण महामंडलेश्वर स्वामी चन्द्रेश्वर गिरि महाराज ने श्रद्धालुओं को सुनाई कथा
ललितपुर। श्री सिद्धपीठ चंडी मंदिर धाम पर चल रहें सवा पांच करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण कार्यक्रम में शनिवार को श्रद्धालुओं ने 11 लाख पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया गया। पार्थिव शिवलिंग का पूजन व महारूद्राभिषेक प्रधान यजमान हरीशंकर साहू, अपर जिला जज लोकेश शर्मा, रामकृपाल गुप्ता सहित अन्य यजमानों द्वारा किया गया।
चंडीपीठाधीश्वचार्य महामंडलेश्वर स्वामी चन्द्रेश्वर गिरि महाराज ने कहा कि आध्यात्म की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो व्यक्ति इसे प्राप्त कर लेता है, उसकी अवस्था आध्यात्मिक दृष्टि से काफी उच्च मानी जाती है। आनंद आत्मिक होने के कारण चिरस्थायी होता है। जहां-जहां जब-जब सुख की अनुभूति होती है, वह वस्तुत: हमारे आनंद का ही प्रकाश है। बाहरी उपादानों में सुख कभी होता नहीं है, जो होता है वह मात्र दु:ख है। जो सामग्री हमारे जीवन में सुख और शांति लाती है, दूसरे के लिए वही महान दु:ख का कारण बन जाती है। जड़ पदार्थ यदि सचमुच ही प्रसन्नता के उद्गम होते, तो किसी के लिए भी वे विपन्नता के निमित्त नहीं बनते। यदि बनते हैं, तो निश्चय ही समझने में कोई भूल हुई है। इस भूल को समझकर और सुधार कर ही हम उस चिरंतन आनंद को प्राप्त कर सकते हैं।