अमझिर नदी के पुर्नजीवित होने की गूंज प्रदेश में गूंजी, बेस्ट प्रैक्टिस में किया गया शामिल, पांच दिवसीय भारत जल सप्ताह में तीन प्रधान व सचिव करेगें प्रतिभाग
ललितपुर। विकासखण्ड मड़ावरा की ग्राम पंचायत नाराहट में अमझिर नदी के पुर्नजीवित होने एवं चार गांव की तकदीर बदलने की चर्चा प्रदेश से लेकर देश में गूंज रही है। अमझिर नदी के पुर्नजीवित होने से जनपद को बेस्ट प्रैक्टिस में शामिल किया गया है, जिसमें दिल्ली के भारत मण्डपम में आयोजित होने वाले 5 दिवसीय भारत जल सप्ताह में जनपद की तीन ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों एवं सचिवों को प्रतिभाग करने का मौका मिला है। बताया गया है कि आयोजित होने वाले भारत जल सप्ताह कार्यक्रम में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री भाग ले सकते है। जनपद के लिए यह गौरव की बात है, आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में जल की उपयोगिता एवं जल के ऐसे श्रोत जो मृत पड़े हुए है, उन्हें पुर्नजीवित कराये जाने के टिप्स दिये जायेगें। जिला प्रशासन द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रधानों एवं सचिवों को भेजने की तैयारी की जा रही है।
जिला पंचायत राज अधिकारी नवीन मिश्रा ने बताया कि दिल्ली में 17 से 21 सितम्बर तक आयोजित होने वाले पांच दिवसीय भारत जल सप्ताह कार्यक्रम में ग्राम पंचायत गौना, नाराहट एवं बछरई के प्रधान एवं सचिव शामिल होगें, जिन्हें अमझिर नदी के पुर्नजीवित होने वाले मामले से भली भांति समझाया गया है। कार्यक्रम में इनके द्वारा नदी को किस तरह पुर्नजीवित किया गया, इसकी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में दो जनपदों का चयन किया गया है, जिसमें जनपद ललितपुर शामिल है। विदित हो कि विकासखण्ड मड़ावरा की ग्राम पंचायत नाराहट में अमझिर नदी कई वर्षों से मृत प्राय पड़ी हुई थी, जिस कारण चार गांव में पेयजल संकट समाया हुआ था, किसान खेती करने से बंचित थे, इसके अलावा पशु भी परेशान थे, वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिलाधिकारी द्वारा इस नदी को पुर्नजीवित करने का बीड़ा उठाया गया। वर्तमान में अमझिर नदी जल से सराबोर है, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलने से आज खेतों में फसल लहलहा रही है। इसके अलावा इस नदी के पुर्नजीवित होने से भूगर्भ जल रिचार्ज में बृद्धि हुई है। साथ ही साथ पेयजल संकट समाप्त हुआ है।
विकासखण्ड मड़ावरा में ग्राम पंचायत नाराहट सिद्ध क्षेत्र अमझिरा मंदिर के पीछे इस नदी का उद्गम स्थल है। अमझिर नदी झरने से होते हुए सजनाम नदी पर ग्राम ललितापुर के पास मिलती है। 2 वर्ष पूर्व यह नदी ग्रामीणों के लिए अनजान बनी हुई थी। इस नदी क्षेत्र में ग्राम पंचायत नाराहट, गौना, बछरई एवं मकरीपुर गांव शामिल है, जो लगभग 14 किलोमीटर लम्बाई में बहती है। इसके बाद यह सजनाम नदी में विलीन हो जाती है। वर्षों से नदी में सिल्ट जमा होने से इसके जल श्रोत बंद होने से इस नदी ने अपना मूल स्वरूप खो दिया था, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा एक बार फिर इसे पुर्नजीवित किया गया है। आज चार गांव के किसान 600 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई कर रहे है। पशुओं को पर्याप्त पानी पीने को मिल रहा है।