सीरोंन में बगैर मान्यता के चल रहा जूनियर हाईस्कूल विद्यालय, शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर उठे सवाल

ललितपुर। विकासखंड जखौरा की ग्राम पंचायत सीरोंन में बिना मान्यता के अवैध रूप से संचालित हो रहे एक जूनियर हाईस्कूल के संचालक पर कार्रवाई करने में शिक्षा विभाग उदासीन बना हुआ है। जिससे लगता है कि कहीं न कहीं अवैध विद्यालय को संचालित कराने में शिक्षा विभाग की भूमिका है। इस मामले में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी द्वारा 9 दिन पूर्व खंड शिक्षाधिकारी जखौरा को बगैर मान्यता के विद्यालय संचालित करने वाले संचालक पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये गये थे, लेकिन आज तक एबीएसए द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस संबंध में एक महिला द्वारा बीएसए को शिकायती पत्र देकर संचालक पर अपने पुत्र की टीसी न देने का आरोप भी लगाया गया था। जिसमें बीएसए ने मान्यता प्रत्यहण के निर्देश जारी किए थे। लेकिन न तो आज तक एफआईआर दर्ज हो सकी है और न ही मान्यता प्रत्यहण के लिए लिखा पढ़ी की गई। इस संबंध में जब एबीएसए से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया, लेकिन विद्यालय बंद होने के कारण जांच नहीं हो सकी। यह कहकर पल्ला झाड़ लिया गया।
थाना जखौरा अंतर्गत ग्राम सांकरवार कलां निवासी हल्की बहू पत्नी कल्लू परिहार ने विगत पांच अगस्त को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को शिकायती पत्र देकर बताया था कि ग्राम सीरोंन में संचालित होने वाले विद्या भारती पब्लिक स्कूल के संचालक द्वारा घर आकर उसके पुत्र का प्रवेश कक्षा छह में विद्यालय में कराने की बात कही गई थी। जिस कारण उसने अपने पुत्र का नाम विद्यालय में लिखा दिया था। इस वर्ष उसके पुत्र ने कक्षा छह उत्तीर्ण की थी। आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से वह अपने पुत्र का नाम सरकारी स्कूल में लिखाना चाहती थी, जिस कारण वह विद्यालय प्रबंधक के पास पहुंची और टीसी मांगी, तो उनके द्वारा फीस जमा करने की बात कही गई। जबकि उसके द्वारा पूर्व में 12 हजार रूपये फीस के जमा किए गए थे। इस संबंध में बीएसए द्वारा एबीएसए जखौरा को कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये थे। लेकिन उनके द्वारा कार्रवाई करने में रूचि नहीं ली जा रही है।