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बीएसए के निरीक्षण में तीन विद्यालयों में लटके मिले ताले उच्च प्राथमिक विद्यालय झरकौन व बम्हौरी नांगल के विद्यालय में मिली अनिमित्ताएं, स्पष्टीकरण के दिये निर्देश

ललितपुर। परिषदीय विद्यालयों की व्यवस्थाएं भगवान भरोसे बनी हुयीं हैं। भले ही शासन के आदेश पर जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी व्यवस्थाओं को बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन विद्यालयों में तैनात शिक्षक एवं शिक्षिकाएं लगातार लापरवाह बनीं हुयीं हैं। यह नजारा मंगलवार को उस समय सामने आया जब जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रणवीर सिंह ने विकास खंड बिरधा एवं जखौरा के विद्यालयों का निरीक्षण किया। इनके द्वारा तीन विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान तीनों विद्यालयों में ताले लटके पाए गए। एक विद्यालय का निरीक्षण करने पर पाया गया कि दो शिक्षिकाएं अपने वाहन से विद्यालय से निकल रहीं थी। मामले को गंभीरता से लेकर बीएसए ने तीनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं समस्त स्टाफ को तीन दिन के अंदर संतोष जनक जबाब देने व अन्यथा की स्थिति में उन्होंने वृहद एवं दण्डात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है। बीएसए की इस कार्रवाई से लापरवाहों में हडक़म्प मचा हुआ है।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी रणवीर सिंह मंगलवार को दोपहर 1:45 बजे विकास खंड बिरधा के उच्च प्राथमिक विद्यालय झरकौन पहुंचे, विद्यालय पूर्णत: बंद पाया गया। विद्यालय में एक भी छात्र छात्राएं उपस्थित नहीं थी। इसके अलावा स्टाफ नदारद था। इसके बाद बीएसए ने प्राथमिक विद्यलाय झरकौन का निरीक्षण किया, जो पूरी तरह से बंद पाया गया। विद्यालय में ताले लटके पाए गए। एक भी विद्यार्थी उपस्थित नहीं पाया गया। इसके बाद बीएसए विकासखंड जखौरा के प्राथमिक विद्यालय बम्हौरी नांगल निरीक्षण करने को पहुंचे, जहां विद्यालय बंद पाया गया। इस दौरान पाया गया कि दो शिक्षिकाएं अपने वाहनों से घर के लिए प्रस्थान कर रहीं थीं। निरीक्षण के दौरान ऑन लाइन निरीक्षण हेतु यूडायस कोड विद्यालय की किसी भी विद्यालय पर नहीं पाया गया। बीएसए ने बताया कि विद्यालय संचालन का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक है। जिसमें विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के शिक्षण कार्य हेतु समय सारणी विषयवार तैयार कर शिक्षण कार्य कराए जाने के निर्देश पूर्व से प्रदत्त हैं, लेकिन निरीक्षण के दौरान पाया गया कि विद्यालय में तैनात स्टाफ द्वारा शिक्षण कार्य में रूचि न लेकर लापरवाही बरती जा रही है। विद्यालय को समय से पूर्व बंद कर घर चले जाते हैं। यह स्थिति काफी निंदनीय है। मामले को गंभीरता से लेकर बीएसए ने लापरवाह शिक्षक एवं शिक्षिकाओं से तीन दिन में जबाब देने के निर्देश दिये हैं, अन्यथा की स्थिति में कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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