पेंचवर्क के नाम पर हो रही रस्मअदायगी: बु वि से

ललितपुर । आज बु. वि. सेना ने बु. वि. सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू के नेतृत्व में सदर कांटे से घण्टाघर सावरकर चौक होकर नेहरू महाविद्यालय तक जाने वाली सड़क पर उड़ने वाले धूल के गुबार तथा पी डब्ल्यू डी द्वारा पेंचवर्क में घटिया सामग्री प्रयुक्त किए जाने पर एक ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय को सौंपा । ज्ञापन में ललितपुर की सड़कों की बदहाली और पेचवर्क के नाम पर की जाने वाली लीपापोती के विरोध में गहरी चिन्ता और क्षोभ व्यक्त किया गया ।
बु. वि. सेना प्रमुख टीटू कपूर ने ज्ञापन के मध्यम से मांग की कि ललितपुर शहर की प्रमुख सड़क शाही रोड जो कि घण्टाघर से सावरकर चौक होते हुए नेहरू महाविद्यालय तक जाती है , पर बरसात के कारण काफी गढ्डे हो गये हैं । इस कारण धूल का गुबार उड़ रहा हैं तथा इस सड़क किनारे के लोग धूल के कारण बीमार हो रहे हैं । धूल के कारण लोग दमा ब्रॉन्काईटिस , एलर्जी , चर्मरोग के शिकार हो रहे हैं । इस सड़क पर पेंचवर्क के नाम पर मात्र रस्म अदायगी की जा रही हैं । इनमें गुणवत्ताविहीन सामग्री प्रयोग की जा रही है । उन्होंने कहा कि गढ्ढों को पाटने के लिए गिट्टी के साथ सूखी डस्ट डालकर खानापूर्ति की जा रही जिससे प्रयोग की जाने वाली डस्ट और अधिक उड़कर लोगों को बीमार कर रही है ।
बु. वि. सेना प्रमुख ने कहा कि माना कि अभी चूंकि बरसात हो रही है इस हालत में डामर प्रयोग नही किया जा सकता है तब तक गढ्ढों को पाटने के लिए गिट्टी के साथ सीमेन्ट और बजरी का प्रयोग किया जा सकता है और इससे धूल भी न उड़ेगी ।
उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से जिलाधिकारी महोदय से मांग की है कि पेंचवर्क के नाम पर जो रस्मअदायगी करके जो लीपा-पोती की जा रही है उसे तत्काल प्रभाव से रोका जाये । साथ ही गुणवत्तायुक्त सामग्री प्रयोग में लायी जाये । मांगे नहीं माने जाने दशा में बु. वि. सेना उग्र आन्दोलन छेड़ने को बाध्य हो जायेगी ।
ज्ञापन पर बु.वि. सेना के वरिष्ठ सदस्य राजेन्द्र गुप्ता , महेन्द्र अग्निहोत्री , सुधेश नायक , लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा , पवन शर्मा , जगदीश झा , कमल विश्वकर्मा , प्रकाश रैकवार , अरुण कुशवाहा , टिंकू सोनी , राजकुमार कुशवाहा , कदीर खान , अमरसिंह बुन्देला , नंदराम साहू , परवेज पठान , अरुण सिंघई , प्रदीप साहू , विजय कुमार कुशवाहा ,महेन्द्र सोनी , आनंद विश्वास , निलेश चौहान , विनोद साहू , संजू राजा , विक्की सोनी , गौरव विश्वकर्मा के हस्ताक्षर हैं ।