महायोजना के प्रारूप से असंतुष्ट है नगर की जनता

ललितपुर। शहर के सुनियोजित विकास के लिए महायोजना का जो प्रारूप नियत प्राधिकरण द्वारा जारी किया गया है, उससे शहरवासी संतुष्ट नहीं है, लोगों का कहना है कि यह प्रारूप किसी भी कीमत पर जनहित में नहीं है। इसको तत्काल बदलकर दूसरा प्रारूप तैयार कराया जाये, जिससे कि शहर का समुचित विकास हो सके। जानकारों का कहना है कि इस वर्ष शहर का सर्वे उसी कम्पनी द्वारा किया गया है, जिस कम्पनी ने पिछले वर्ष प्रारूप तैयार किया था, जिसमें अनेक खामियां थी, जिस पर 1200 लोगों द्वारा आपत्तियां जताई गई थी, कमेटी द्वारा हुई सुनवाई के दौरान आपत्तियां सही पाई गई थी। कमेटी द्वारा आपत्तियों की सुनवाई के बाद पत्रावली को शासन के पास भेजा गया था, जिसमें शासन द्वारा महायोजना को निरस्त करते हुए दोबारा सर्वे करने के निर्देश दिये गये थे। प्रारूप बनाने वाली कम्पनी को ब्लैक लिस्ट कर जुर्माना वसूल किया जाना चाहिए। प्रारूप में खामियां ही खामियां है, जिसमें 100 वर्ष से बाजार संचालित होने वाले कटरा बाजार को आवासीय दर्शाया गया है। स्टेशन से लेकर वर्णी चौराहे तक के क्षेत्र को आवासीय दर्शाकर शहरवासियों की भावनाओं से खुलेआम खिलबाड़ किया गया है, यहां तक कि प्रारूप में आवासीय क्षेत्र को व्यवसायिक क्षेत्र दर्शाया गया है, जिससे लगता है कि कम्पनी द्वारा सर्वे के दौरान शहर की भौगोलिक स्थिति का भली भांति अध्यन नहीं किया गया है। कमेटी द्वारा कमरे के अंदर बैठकर टेबिल वर्क किया गया है, जो किसी भी हालत में लागू नहीं किया जाना चाहिए।
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आपत्तियों का आना लगातार जारी
महायोजना का जो प्रारूप जारी किया गया है, उस पर लगातार आपत्तियां आ रही है। शनिवार तक नियत प्राधिकरण कार्यालय में 735 लोगों द्वारा आपत्तियां दर्ज कराई गई है। जिलाधिकारी द्वारा लगातार आ रही आपत्तियों को लेकर 7 सितम्बर तक तिथि बढ़ाई गई है, जिससे लगता है कि आपत्तियोंं की संख्या हजारों में हो सकती है। अब शहरवासियों की नजरे सुनवाई पर टिकी हुई है। लोगों का मानना है कि सुनवाई के दौरान निष्पक्ष तरीके से सुनवाई की जाये, जिससे शहरवासियों को न्याय मिल सके।
इनका कहना…
नियत प्राधिकरण जो महायोजना का प्रारूप जारी किया गया है, वह जनहित में नहीं है, इससे शहर का विकास संभव नहीं है, इसे हर हाल में बदला जाये। जिला प्रशासन को चाहिए कि दूसरी कम्पनी द्वारा प्रारूप बनवाकर जारी किया जाये। नेमी कुमार जैन, पूर्व अध्यक्ष जिला बार एसोसियेशन ललितपुर।
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महायोजना का प्रारूप तैयार करने वाली कमेटी द्वारा शहरवासियों के साथ मजाक किया गया है, जिसमें भौगोलिक स्थिति का अध्यन किये बगैर बंद कमरें में बैठकर प्रारूप तैयार कर दिया, जिसमें आवासीय को व्यवसायिक और व्यवसायिक को आवासीय क्षेत्र दर्शाना शहरवासियों के हित में नहीं है। -इन्द्रपाल सिंह यादव, पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता
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महायोजना जैसे कार्य में प्रारूप बनाने वाली कमेटी द्वारा घोर लापरवाही बरती गई है, यह प्रारूप जनहित में नहीं है, इसमें शहरवासियों की भावनाएं आहत हुई है। इसे तत्काल बदलवाकर नया प्रारूप तैयार कराया जाये। -संतोष कुशवाहा, वरिष्ठ भाजपा नेता
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शहर के समुचित विकास के लिए महायोजना का जो प्रारूप कमेटी द्वारा बनाया गया है, उसमें भारी लापरवाही बरती गई है, सबसे पहले कम्पनी पर जुर्माना किया जाना चाहिए, साथ ही साथ कम्पनी को ब्लैक लिस्टिड करना चाहिए, जिससे कि भविष्य में महायोजना में खिलबाड़ न किया जा सके।-हेमंत जैन रोड़ा, संचालक टीवीएस एजेंसी
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प्रारूप बनाने वाली कम्पनी द्वारा शहरवासियों के साथ मजाक किया गया है, जिसमें बिना अध्यन किये सर्वे कर खामियों भरा प्रारूप तैयार कर दिया, इससे शहर का विकास संभव नहीं है, इसे हर हाल में बदलना चाहिए। इसके साथ ही नया प्रारूप तैयार होना चाहिए। नरेन्द्र सिंह राजपूत, जिलाध्यक्ष पिछडा वर्ग प्रकोष्ठ सपा