अक्षय नवमी पर महिलाओं ने की ऑवले के वृक्ष की पूजा

बॉंसी आज सुबह से ही ऑवले के वृक्ष की पूजा तथा परिक्रमा करने का महिलाओं का तांता लगा रहा,
श्री टोरिया हनुमान मंदिर,श्री मनतालाब हनुमान मंदिर, श्री लालजी मंदिर पर स्थित ऑवले के वृक्ष की महिलाओं ने परिक्रमा कर की विधि विधान से पूजा, कार्तिक माह में पढ़ने वाली नवमी को अक्षय नवमी को आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय नवमी का शास्त्रों में बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ की पूजा का खास महत्व बताया गया है। कहते हैं कि इस दिन आंवले के पेड़ से अमृत बरसता है, इसलिए अक्षय नवमी के दिन आंवले पेड़ के नीचे भोजन करना अति शुभ माना जाता हैं,
अक्षय नवमी पर ऑवले की परिक्रमा तथा पूजा करने से सर्व मनोकामना पूर्ण होती हैं,श्री हरि विष्णु माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है,
अक्षय नवमी पर आंवला दान जप तप तथा ब्राह्मण पूजन से अक्षय फल की प्राप्ति होती है,
इसी प्रकार सुबह से साम तक होती रही ऑवले के वृक्ष की पूजा जिसमें महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया,
वही पुरुष वर्ग ने भी अपने परिवार के साथ आंवले के नीचे किए भोजन,
*…… कपिल कुमार दैनिक पीताम्बरा टुडे बॉंसी की कलम से*