भ्रष्टाचार व दमनकारी नीतियों के आगे नहीं झुकेगा शिक्षक: शिक्षक संघ

ललितपुर। झांसी जनपद में भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने पर झांसी जिलाध्यक्ष व कुछ अन्य शिक्षकों पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा मनमाने व भ्रामक झूठे आरोप लगाकर नोटिस देकर दबाव में लेने की कोशिश के विरोध में झांसी के समस्त ब्लॉक मुख्यालय व नगर मुख्यालयों पर संगठन के कर्मठ सदस्योंं ने भारी भीड़ के साथ ज्ञापन सौंपा। इस दौरान चेतावनी दी कि यदि छवि को धूमिल करने वाले नोटिस एक सप्ताह के अंदर वापिस नहीं लिए तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
झांसी में उ प्र प्रा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष/प्रांतीय उपाध्यक्ष जितेंद्र दीक्षित ने आरोप लगाया कि जो खण्ड शिक्षा अधिकारी ब्लॉक में शिक्षकों का निरंतर शोषण कर रहे हैं, वह मनमानी से बाज आएं। शिक्षकों का शोषण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शासन ने खंड शिक्षा अधिकारी का दो बार स्थानांतरण किया, फिर भी जनपद से कार्यमुक्त नहीं किया गया। अन्य वक्ताओं ने कहा कि जब इस बात की शिकायत जिलाध्यक्ष ने की तो विभाग के अधिकारियों को यह बात ना गवार गुजरी और जिलाध्यक्ष को विद्यालय से अनुपस्थित रहने का नोटिस पेपर में प्रकाशित करा दिया, जिससे उनकी सामाजिक छवि धूमिल हो। वास्तव में वह उस दिन मानव सम्पदा से ऑनलाइन स्वीकृत अवकाश पर थे, नोटिस की इतनी जल्दी थी कि अपने खण्ड शिक्षा अधिकारी से भी नहीं पूंछा कि उक्त शिक्षक अवकाश पर हैं या नहीं। इसी प्रकार सयुंक्त मंत्री शिवकुमार पाराशर भी स्वीकृत अवकाश पर थे। आनंद मोहन मिश्रा एकल विद्यालय होने के कारण विद्यालय में शिक्षण कार्य कर रहे थे, उनका भी नोटिस पेपर में छपवाया। इस प्रकार से दवाब में लेने की कोशिश की जा रही है। अधिकारियों के मनमाने रवैये के विरोध में ब्लॉक की समस्त इकाईयों ने 21 अगस्त को सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर खण्ड शिक्षा अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर ब्लॉक मुख्यालयों पर उ प्र प्रा शिक्षक संघ व बुंदेलखण्ड प्राथमिक शिक्षक संघ के समस्त ब्लॉक अध्यक्ष मंत्री उनकी कार्यसमिति व जिला कार्य समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे।