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अटल आवासीय विद्यालय गरीब बच्चों के लिए है, बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं दें अफसर : कमिश्नर

बच्चों को अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य व परिवेश देना हम सब की जिम्मेदारी
प्रत्येक 15 दिवस में विद्यालय का निरीक्षण कर रिपोर्ट देंगे अधिकारी
सीसीटीवी कण्ट्रोल रुम को डीएम व डीएलसी कार्यालय से जोड़कर प्रत्येक गतिविधि पर रखें नजर
ललितपुर। आयुक्त झांसी मण्डल बिमल कुमार दुबे ने जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारियों के साथ अटल आवासीय विद्यालय में मण्डल स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक की। साथ ही विद्यालय का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने पारम्परिक परिधान में तिलक व आरती कर मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी का स्वागत किया, बच्चों के संस्कार देख मण्डलायुक्त भावविभोर हो गए और बच्चों को आशीर्वाद दिया।
मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अटल आवासीय विद्यालय की स्थापना गरीब तबके के बच्चों के लिए की गई है, इनके लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं की जायें, बच्चों के लिए विद्यालय में अच्छा परिवेश, अच्छा खाना, अच्छा स्वास्थ्य, अच्छी शिक्षा, अच्छा खेल सहित सभी व्यवस्थाएं उच्च स्तर की होनी चाहिए। इसके लिए बच्चों को पर्याप्त खेलने का समय दिया जाए, शाम को खेलने का समय बढ़ाया जाए, ताकि वे शारीरिक रुप से भी मजबूत हो सकें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए, साथ ही विद्यालय में सर्वसुविधायुक्त मेडिकल रुम स्थापित किया जाए, जिसमें 4 स्ट्रेचर, 4 व्हीलचेयर्स, फोल्डिंग बेड्स, इन्ट्रावेनस व्यवस्था, बीपी मशीन, थर्मामीटर, ईसीजी मशीन, नेबोलाईजर, बर्नफॉल (इंटर्नल/एक्सटर्नल), आईसपेक्ट, पर्याप्त मात्रा में सिल्वर नाइट्रेट आदि उपलब्ध रहें, साथ ही इमरजेंसी के लिए बच्चों की राईबल ट्रेनिंग भी करायी जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि छात्राओं के लिए विद्यालय में 3 डिस्पेंसिंग मशीन व इंश्यूलेटर लगवाये जायें तथा सभी छात्राओं को सर्वाइकल कैंसर का टीका लगाया जाए। इसके अलावा विद्यालय में सुरक्षा के दृष्टिगत सिक्योरिटी ऑडिट कराया जाए व विद्यालय में प्रवेश करने वाले कार्यदायी संस्था के वर्करों का पुलिस वैरिफिकेशन भी कराया जाए। मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि अनुश्रवण समिति का व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर प्रत्येक सदस्य को उसमें जोड़ा जाये, जिसमें महत्वपूर्ण निर्णयों व अनुपालन आख्या को साझा किया जाए। इसके साथ ही विद्यालय में छात्र समितियों (सफाई समिति व मैस समिति) का गठन कर बच्चों से ही व्यवस्थाओं का अंकन करवाया जाए। उन्होंने मैस में जाकर बच्चों के दिये जा रहे भोजन को चखकर गुणवत्ता परखी व निर्देश दिये कि बच्चों के लिए सरसों के तेल से ही भोजन बनाया जाए। मण्डलायुक्त ने विद्यालय के छात्रावास में जाकर बच्चों के कक्षों को देखा और बच्चों से बात की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसी भी दशा में बच्चों के कमरे व शौचालय गंदे न मिलें, नियमित रुप से उनकी सफाई कराई जाये। मण्डलायुक्त ने कक्षाओं में जाकर छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन को देखा, साथ ही कला कक्ष में बच्चों द्वारा बनायी गई कलाकृतियों को देखकर उनकी सराहना की। उन्होंने बच्चों को अपने साथ लाये मिष्ठान खिलाकर और अधिक रुचि से शिक्षा ग्रहण करने हेतु प्रोत्साहित किया। विद्यालय में 15 दिनों के अंतराल पर जनपद के उच्चाधिकारी निरीक्षण कर रिपोर्ट देगें, साथ ही क्षेत्रीय अधिकारी/कर्मचारी प्रतिदिन विद्यालय में व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहेंगे। आकस्मिकता की स्थिति के लिए विद्यालय में जगह-जगह अधिकारियों व आवश्यक सेवाओं से सम्बंधित दूरभाष नम्बर प्रदर्शित किये जायें तथा बच्चों के सुझाव व समस्याओं के निस्तारण हेतु मन की बात (शिकायती बॉक्स) लगाया जाए तथा प्रतिदिन बच्चों से इनपुट भी लिया जाए। मण्डलायुक्त ने कहा कि यदि बच्चों के शिकायत करने पर यदि उनका उत्पीडऩ हुआ तो प्रधानाचार्य के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिये विद्यालय की सभी व्यवस्थाओं की एसओपी करायी जाए। इसके साथ ही विद्यालय में स्थापित सीसीटीवी कण्ट्रोल रुम को जिलाधिकारी व डीएलसी अपने कार्यालय से जोड़कर निगरानी करें। बैठक में अवगत कराया गया कि विद्यालय में गांव के फीडर से ही विद्युत आपूर्ति की जा रही है, जिस कारण लो वॉल्टेज की समस्या रहती है, जिस पर मण्डलायुक्त ने अधिशासी अभियंता विद्युत को निर्देश दिये कि विद्यालय में इन्डीपेंडेंट फीडर के कार्य में आ रही बाधाओं को आपसी समन्वय के साथ दूर कर तेजी से कार्य करायें ताकि बच्चों की शिक्षा में कोई कमी बाधा न बने। वर्तमान में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए अलग ब्रांच बनाकर लाइन पर मैन्युवल फ्यूज सिस्टम स्थापित करें। इसके साथ ही विद्यालय में विद्युत संयोजन हेतु स्थापित मैन स्विच व तारों को कवर्ड करने के निर्देश दिये। विद्यालय में पेयजल आपूर्ति जल संस्थान द्वारा की जा रही है, बच्चों को ठण्ड में गर्म पानी की उपलब्धता के लिए सोलर गीजर लगवाये जाने के निर्देश दिये गए। साथ ही विद्यालय की छत पर पानी की निकासी हेतु ड्रेनेज सिस्टम ब्लॉक था, जिसकी पर्याप्त सफाई कराने व छत को साफ रखने के निर्देश दिये गए। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी कलमाकांत पाण्डेय, उप श्रम आयुक्त झांसी किरण मिश्रा, सीएमओ डा.इम्तियाज अहमद, डीपीआरओ नवीन मिश्रा, अधिशासी अभियंता विद्युत राहुल, गोविन्द, अधिशासी अभियंता लो.नि.नि. दीपांकर, अधिशासी अभियंता जल संस्थान शिवराज वर्मा, ईओ नगर पलिका परिषद दिनेश विश्वकर्मा, जिला सूचना अधिकारी डीएस दयाल, श्रम प्रवर्तन अधिकारी डीपी अग्रहरि, जीएमडीआईसी, विद्यालय प्रधानाचार्य, ग्राम प्रधान व समिति के अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे।

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