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प्रथमा बैंक बिरधा में निष्क्रिय खातों को सक्रिय कर लाखों का गबन,सेवानिवृत्त कर्मचारी समेत पांच पर आरोप

धोखाधड़ी कर कूटरचना करके फर्जी तरीके से बैंक से लाखों रुपये का गबन करने का मामला प्रकाश में आया है। प्रकरण को लेकर शाखा प्रबंधक ने सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है। रुपयों के गबन में कई गंभीर आरोप लगाये हैं, लिहाजा पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल में जुट गयी है। एफआईआर में विशेष रूप से निष्क्रिय पड़े खातों को खाताधारकों से बिना प्रार्थना पत्र लिये, बिना के.वाई.सी. लिये, बिना हस्ताक्षर मिलान किये खाता सक्रिय करने और खातों को सक्रिय करने के बाद उनमें जमा धनराशियों को विभिन्न खातों में ट्रान्सफर करते हुये नगद व एटीएम के जरिए निकासी कर 27 लाख 12 हजार 355 रुपये का गबन किये जाने का आरोप तय किया गया है। पूरे घटनाक्रम को लेकर ब्लाक बिरधा मुख्यालय पर स्थित प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक शाखा के प्रबंधक आकाशदीप वर्मा ने कोवताली पुलिस को तहरीर दी है। तहरीर में शाखा प्रबंधक ने बताया कि अधिकारियों व कर्मचारियों ने आपस में सांठगांठ करके व एकराय होकर बैंक में जमा धनराशि का गबन करने एवं धोखाधड़ी करने के आशय से शाखा बिरधा ब्लाक के निष्क्रिय खातों में जमा धनराशि बैंक के निर्धारित नियमों व प्रक्रियाओं के विपरीत अविधिक एवं गैर कानूनी तरीके से बैंक के तमाम निष्क्रिय खातों को सक्रिय करके उनमें धनराशि गैर कानूनी तरीकों से अन्य खातों में ट्रान्सफर करने के उपरान्त उनकी निकासी नगद व एटीएम के जरिए की गयी। इस गैर कानूनी कार्यवाही में एवं बैंक के साथ धोखाधड़ी कर गबन करने में लखनऊ के थाना चिनहट स्थित न्यू गुलिश्तां कालोनी 624/डी/162/61 निवासी सेवानिवृत्त अधिकारी रामनारायण शुक्ला पुत्र विश्वनाथ शुक्ला जिनकी यूजर आई.डी. 351564 आरएनएस एवं संलिप्त बाहरी व्यक्तियों में ग्राम पिपरिया डोंगरा निवासी दीपचंद्र पुत्र फुलू, ग्राम बेटना निवासी संतोष पुत्र गणेश अहिरवार, ग्राम डोंगराकलां निवासी पल्लवी पत्नी रामपाल कुशवाहा एवं ग्राम चीमना निवासी सखी अहिरवार पत्नी दिनेश साजिश में शामिल रहे। शाखा प्रबंधक ने आगे बताया कि बैंक द्वारा गठित की गयी टीम द्वारा की गयी जांच-पड़ताल में यह तथ्य संज्ञान में आया है कि उपरोक्त पांचों लोगों ने धोखाधड़ी करके कूट रचना करके फर्जी तरीके से लाखों रुपये का बदनीयति से गबन करके बैंक को नुकसान पहुंचाया है। इन सभी लोगों द्वारा विभिन्न तिथियों में विभिन्न खातों में ट्रांसफर की गयी धनराशि के सत्यापन को भी संलग्र किया गया है। इस प्रकरण के बाद से ऐसी अनियमित्ताएं भविष्य में बैंक ग्राहकों की शिकायतों पर निर्भर बताते हुये शाखा प्रबंधक ने उपरोक्त अधिकारी व बाहरी व्यक्तियों के कारण बैंक की छवि धूमिल होने का आरोप लगाया है। पुलिस ने झांसी के शिवाजीनगर स्थित नारायण बाग रोड निवासी शाखा प्रबंधक आकाशदीप वर्मा पुत्र नन्दकिशोर वर्मा की तहरीर पर सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी रामनारायण शुक्ला समेत दीपचंद, संतोष, पल्लवी व सखी के खिलाफ बीएनएस की धारा 318 (4), 316 (2), 61 (2), 316 (5) के तहत एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।

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