संतोष दास जी महाराज उर्फ सतुआ बाबा को मिली जगद्गुरु की उपाधि

संतोष दास जी महाराज उर्फ सतुआ बाबा का शनिवार को जगद्गुरु के तौर पर पट्टाभिषेक हुआ. प्रयागराज महाकुंभ में सीएम योगी आदित्यनाथ और अन्य साधु संतों की मौजूदगी में उन्हें यह उपाधि दी गई. जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने उनका अभिषेक किया. अवधेशानंद गिरि महाराज भी वहां उपस्थित थे.
11 साल की उम्र में संन्यास
संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा ने 11 साल की उम्र में घर छोड़कर आध्यात्म में जुट गए थे.उनके गले में माला और शरीर पर पर पीला कपड़ा और जनेऊ पहचान के तौर पर दिखता है. सतुआ बाबा वाराणसी के मणिकर्णिका घाट स्थित सतुआबाबा आश्रम में रहते हैं. वाराणसी की रामकथा के दौरान उन्होंने युवा संन्यासी के तौर पर आध्यात्म की दुनिया में कदम रखा. उन्हें काशी विश्वनाथ का प्रतिनिधि भी माना जाता है.
योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति
अखिल भारतीय पंचतीनों अखाड़ा चतुष्संप्रदाय की तरफ से जगतगुरु विष्णुस्वामी सम्प्रदाचार्य पद के लिए सतुआ बाबा का यह पट्टाभिषेक समारोह रखा गया. अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राजेन्द्रदासजी महाराज ने कई बड़े संत, महंत, आचार्य और महामंडलेश्वर उपस्थित थे.